ईरान इजराइल युद्ध के चलते ईरान ने दे दिया है अमेरिका को धमकी , क्या ये युद्ध बदल जायेगा न्यूक्लियर युद्ध में?

ईरान इजराइल युद्ध के बीच खबर आ रही हैं कि ईरान ने अमेरिका को एक बड़ी धमकी दे दी है , अमेरिका पर हमले की धमकी दी है ईरान ने कहा है” पलटबार में इजराइल का साथ ना दे, दे दी अमेरिका को वार्निंग दी है , ईरान ने कहा है हमने अभी तक उस के किसी ठिकाने पर अटैक नहीं किया है लेकिन आगे किया जा सकता है।

ईरान ने इजराइल पर जंग के पहले ही दिन ड्रोन और मिसाइल की ताकत का प्रदर्शन किया गया है लेकिन क्या यह युद्ध हथियारों तक सीमित रहेगा ? इजराइल के पास परमाणु हथियारों का बहुत बड़ा जखीरा बताया जाता है और माना जा रहा है कि इजराइल में जरा सी तबाही इस युद्ध को न्यूक्लियर युद्ध में तब्दील कर सकती है।

खतरा इसलिए भी है क्योंकि बताया जा रहा है कि ईरान ने भी परमाणु बम बनाने में कामयाबी हासिल कर ली और इसलिए खतरा यह भी है कि ईरान इजराइल पर परमाणु वार कर सकता है और अगर ऐसा हुआ तो इजराइल का पलटवार बेहद भयंकर हो सकता है ,ईरान ने बड़े पैमाने पर इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए हैं ईरानी सेना की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इजराइल के लगातार अपराधों के खिलाफ हमला किया गया है।

ईरान इजराइल युद्ध का कारण क्या हैं?

ईरान ने 1 अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए भी इजराइल को ही जिम्मेदार ठहराया है ईरान की ओर से जारी सेना के बयान में हमले को ऑपरेशन टू प्रॉमिस का नाम दिया गया है सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है ,ईरान के इस्लामी रिवॉल्यूशन गार्ड ने कहा है की खास बातो को निशाना बनाने के मकसद से हमला किया गया था।

वही ईरानी हमले के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने आपातकालीन कैबिनेट की बैठक भी बुलाई और एक वीडियो संदेश जारी करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि “इजराइल मजबूत है और इजराइल के लोग मजबूत हैं हम हर हमले का जवाब देगे, इजराइल पर हमले की तस्वीर पूरी दुनिया में फैल गई है कि किस तरह से ईरान के लीडर्स ने आदेश दिया और उसके बाद इजरायल पर 300 हवाई हमले किए गए !

ईरान कि तरफ से इजराइल पर सीधा हमला किया गया है ईरानी सेना ने अपने बयान में कहा है””” कि हमला इजराइल के लगातार अपराधों के खिलाफ है , हमले पर अमेरिका ब्रिटेन और भारत समेत दुनिया भर के अलग-अलग देश की प्रतिक्रिया सामने आई है और यह सिलसिला भी जारी है इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू एक तस्वीर जारी कर अमेरिका के राष्ट्रपति बातचीत की बात कही है , वही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा “हम ईरान के खतरों के खिलाफ मिसाइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हम उसके लिए मजबूती के साथ खड़े हैं , साथ ही बाइडेन ने कहा है कि वह हमले के खिलाफ जी7 के नेताओं को एकजुट करने का प्रयास करेंगे।

इस घटनाक्रम पर भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया है विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पश्चिमी एशिया की स्थिति पर चिंता जाहिर की है जारी बयान में कहा गया है कि इसराइल और ईरान के बीच तनाव की वजह से इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा है और हम इस बात को लेकर बेहद चिंतित है।

हम युद्ध पीछे हटने और कूटनीति के जरिए समाधान निकालने की वकालत करते हैं ,ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हमले की निंदा की है और इजराइल के साथ खड़े होने की बात कही है ,अपने बयान में उन्होंने कहा मैं इजराइल के खिलाफ ईरानी शासन के हमले की कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं इन हमलों से इलाके में अस्थिरता और तनाव बढ़ने का खतरा है और कहा कि ब्रिटेन इजराइल, जॉर्डन और इराक में सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा।

मामले पर सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान जारी किया गया है विदेश मंत्रालय ने इलाके में सैन्य गतिविधियों के तेज होने पर चिंता व्यक्त की है और युद्ध के खतरे को लेकर दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। वहीं फ्रांस ने इजराइल पर ईरानी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की है बात रखते हुए विदेश मंत्री स्टीफन ने लिखा “”इस तरह की कार्रवाई का फैसला करके ईरान अपने अस्तित्व की दिशा में एक नया कदम उठा रहा है और सैन्य वृद्धि का जोखिम ले रहा है।

अमेरिका और कई अन्य यूरोपीय देशों ने एक दिन पहले ही अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की थी भारत ने अपने नागरिकों से कहा है कि वह अगली सूचना जारी होने तक ईरान इजराइल की यात्रा न करें।

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