BJP party’s Smriti Irani’s sharp words राहुल गांधी का घर नही रहा अमेठी, अब ये मेरा घर है स्मृति ईरानी ने कहा।

BJP महिला सांसद स्मृति ईरानी अपने तीखे बोल से चर्चाओं में रहतीं है बता दें कि अमेठी से राहुल गांधी लड़ेंगे या नहीं इस पर विपक्ष को काफी दिलचस्पी लें रही हैं क्योंकि इसी बहाने उसे मौका मिलता है राहुल गांधी को बार-बार कमजोर साबित करने का। राहुल गांधी के आने के पहले से ही BJP महिला सांसद स्मृति ईरानी राहुल को अमेठी से भगाने लगी है।

जिस तरह से BJP महिला सांसद स्मृति ईरानी राहुल गांधी को बेइज्जत करती हैं मगर ऐसा क्या है कि राहुल गांधी कभी स्मृति ईरानी का नाम नहीं लेते , सवाल ये है कि क्या इस बार लड़ेंगे तो नाम लेकर संबोधित करेंगे? राहुल गांधी आमतौर पर BJP के दो ही नेताओं के नाम लेते हैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह लेकिन BJP महिला सांसद स्मृति ईरानी राहुल गांधी को तरह-तरह के नाम से पुकारती रहती हैं।

जब दिल्ली के पत्रकार अमेठी विजित करने गए तो विकास पर बात किया और अमेठी के गांव की सड़कों पर भी अपना कैमरा दौड़ाया दिखाया कि गांव कि सड़के कितनी बदहाल हो गई जैसे एक रिर्पोट में बताया गया है कि अमेठी के गांव शर्मिणी में लोगों ने सड़कों की बदहाली के चलते बैनर लगा दिए हैं कि सड़क नहीं तो वोट नहीं।

वैसे कांग्रेस ने अपने न्याय पत्र में पत्रकारों के लिए वादा किया है कि अगर उसकी पत्रकारिता की स्वतंत्रता की रक्षा करने संपादकीय स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए भारतीय प्रेस परिषद अधिनियम 1978 में संशोधन किया जाएगा। BJP महिला सांसद स्मृति ईरानी ने 2019 के चुनाव से पहले वादा किया था अमेठी में अपना घर बनाएगी 2024 के चुनाव से पहले फरवरी महीने में उन्होंने इसका गृह प्रवेश किया एक घर बनने में चार-पांच साल तो लगी जाते हैं। विपक्ष ने कहा अमेठी में अपने घर बनवाने से फुर्सत होगी तभी तो विकास को मुद्दे पर चर्चा होगी।

जानकारी है कि 2014 से लेकर 24 के बीच BJP सरकार में स्मृति ईरानी का मंत्रालय चार बार बदल दिया है सवाल ये है कि क्या उनका काम इतना ही अच्छा था कि मानव संसाधन मंत्रालय से हटाकर सूचना प्रसारण मंत्रालय में भेजा गया वहां इतना अच्छा उन्होंने काम कर दिया कि वहां से हटाकर टेक्सटाइल मंत्रालय में भेजा गया और जब वहां बहुत अच्छा काम कर दिया तो उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और फिर कैबिनेट में भेज दिया।

वैसे महिला एवं बाल विकास संसाधन , रक्षा मंत्रालय से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है मणिपुर में जब दो महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया तो पूरा भारत महिला व बाल विकास मंत्री की तरफ देख रहा था कि वह मणिपुर जाती है या नहीं लेकिन स्मृति ईरानी मणिपुर नहीं गई।

स्मृति ईरानी एक विनम्र नेता है वह बार-बार राहुल गांधी पर अमेठी छोड़ देने और वायनाड को अपना परिवार बनाने को लेकर हमले करती है चुनाव हार जाने की बात बार-बार आती है लेकिन खुद भूल जाती है कि 2004 में जब चांदनी चौक से पहली बार चुनाव लड़ी थी तब कपिल ने स्मृति ईरानी को हराया था

चांदनी चौक से हारने के बाद स्मृति ईरानी कितनी बार चांदनी चौक गई उस हार के बाद उन्हें गुजरात से राज्यसभा भेज दिया गया और 2014 में अमेठी से टिकट दिया गया। मतदान कम हो रहा है एक तथ्य यह भी है कि 2014 में चुनाव हारने के बाद भी स्मृति ईरानी को मानव संसाधन मंत्रालय दिया गया BJP सरकार में उस समय सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बन गई।

इसी 19 फरवरी को राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर अमेठी गए या उनकी तीसरी यात्रा थी 2019 के बाद इससे पहले सितंबर 2022 में राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर की पदयात्रा पर चले उसके बाद जनवरी 2024 में दोबारा भारत जोड़ो यात्रा शुरू की और इसी के सिलसिले में 19 फरवरी को राहुल गांधी अमेठी आए लेकिन 2019 का चुनाव हारने के बाद भी जुलाई महीने में ही राहुल गांधी अमेठी गए थे वहां उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कि लेकिन उन्होने कभी स्मृति ईरानी के लिए ऐसे शब्द प्रयोग नही किए।

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