health: आखिर भारत में हेपेटाइटिस कि स्थिति इतनी खराब क्यो है/ सबसे ज्यादा हेपेटाइटिस के मरीज भारत में क्यो है ? …..!

health : भारत 2024 में विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन चुका है जहां कार्यशील आबादी सबसे अधिक है, ऐसे में ग्लोबल हेपेटाइटिस रिपोर्ट 2024 के ख़बर पर ध्यान दे तो भारत स्थिति अत्यधिक गंभीर और चिंता जनक बनी हुईं हैं, सवाल ये है कि आखिर भारत में हेपेटाइटिस कि स्थिति इतनी खराब क्यों है!

क्या है हेपटाइटिस बीमारी : हेपेटाइटिस एक ऐसी बिमारी है जो वायरस से होती हैं, अर्थात वायरस जनित बीमारी है जो लीवर संक्रमित हो जाता हैं! लीवर में सूजन हो जाता है! आंखें पीली हो जाती हैं, और भूख नही लगती हैं, मतली के साथ साथ दर्द बुखार भी रहेगा, मूत्र गहरे रंग का होगा इसके साथ साथ जोड़ो में भी दर्द शुरू हो जाता हैं!

क्या है पूरा मामला:

हाल ही में विश्व स्वस्थ संगठन की विश्व हेपेटाइटिस रिपोर्ट जारी किया गया है जिसमें भारत की खराब स्थिति को उजागर किया गया है, रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत उन अग्रणी देशों में है जहां पर सर्वाधिक हेपेटाइटिस पीड़ितों की संख्या है , जो अत्यधिक चिन्ता का विषय है , भारत में 2022 मे 2.9 करोड़ लोग हेपेटाइटिस से पीड़ित थे !

क्या है चिन्ता के विषय ?

जहां एक ओर भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी विदेशी दौरे के भाषण में कहते हैं हमारे पास सबसे अधिक युवा आबादी है , और आंकड़ों के अनुसार भारत में 50% से अधिक युवा आबादी है , वही विश्व स्वस्थ संगठन की रिपोर्ट ने भारत में सबसे अधिक हेपेटाइटिस के मरीज होने की बात कही है!

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या युवा आबादी सुरक्षित और स्वस्थ है ? नही बिल्कुल नही , जब युवा आबादी ही स्वस्थ नही है तो हमें किस बात पर गर्व करना चाहिए कि हमारे पास युवा आबादी है?

एक तरफ लोग सभा के चुनावों में राजनैतिक पार्टियां अपने अपने चुनावी घोषणा पत्र को लेकर वाद और विवादो में उलझे हुए हैं वहीं देश के अंदर वो मुद्दे जो वास्तव मे चिन्ता का विषय है उन पर किसी का ध्यान नहीं जाता हैं , स्वास्थ का विषय एक ऐसा विषय है जो भारत के अर्थव्यवस्था के लिए विशेष महत्व रखता है , न सिर्फ़ युवा आबादी अपितु विश्व के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश होने के नाते ही हमे स्वास्थ के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए!

स्वास्थ के मामले में भारत की स्थिति :

जहां एक ओर भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था में शुमार है, जहां भारत के पास सबसे अधिक युवा कार्यशील आबादी है ….बता दे कि उसी भारत में स्वास्थ पर सबसे कम खर्च किया जाता हैं, भारत स्वास्थ पर सबसे कम खर्चा करता है , वही भारत के मुकाबले .. अमेरिका, चीन, जापान , साउथ कोरिया ,स्वास्थ पर जी डी पी का एक बड़ा हिस्सा खर्च करता है!

हेपेटाइटिस क्यो फैलता है और लक्षण

जिस व्यक्ति में वायरस है उसके रक्त या शरीर के तरल पदार्थ (वीर्य, योनि तरल पदार्थ और लार) के संपर्क से हेपेटाइटिस बी संक्रमण हो सकता है। रक्त आधान के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी रक्त की जांच की जाती है, इसलिए इस तरह से वायरस होने की संभावना बहुत कम होती है।

जब लोगों में हेपेटाइटिस बी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो वे आमतौर पर वायरस होने के 6 सप्ताह से 6 महीने के बीच दिखाई देते हैं। हेपेटाइटिस बी के लक्षण आम तौर पर कुछ हफ्तों तक रहते हैं, लेकिन कभी-कभी महीनों तक बने रह सकते हैं।

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